Jab Tum Na Karti Ho Bat |
जब तुम ना करती हो बात ,
मेरा मन हो जाता है उदास ,
लगता है जैसे,
ग़ुम हो गया हूँ आपसे |
नहीं लगता कहीं भी मेरा मन ,
जब तुम हो जाती हो नाराज़ ,
अगर ख़ता हुई है हमसे ,
सज़ा दो तुम अपने मन से |
नहीं होता है कोई भी काम ,
जब तुम ना करती हो बात |
दुनियाँ ख़तम सी हो गईं है मेरी ,
जीने की तमन्ना अधूरी सी रह गई है मेरी ,
जो तुम कर लो मुझसे बात ,
हो जाऊँ हूँ मैं ख़ुश मिज़ाज |
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